आज की इस खबर को सुनकर किसान भाइयो को बड़ा झटका लगेगा।क्योंकि अब नहीं मिलेंगे, साल 2016 -17 व 17 - 18 का धान का बोनस आप सभी जानते हैं कि हाल ही में हुए राज्य के विधानसभा चुनाव में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिला है। इस चुनाव में भाजपा ने अपने घोषणापत्र में साल 2016 -17 व 17 - 18 का धान बोनस देने का वादा किया है और ऐसे में भाजपा की सरकार बनने के बाद भाजपा सरकार की कार्रवाई हुई लेकिन अब आपको जानकर हैरानी होगी की अब धान बोनस 2016 - 17 व 2017- 18 का नहीं दिया जायेगा
वर्तमान में किसानों के हित में छत्तीसगढ़ सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए करीब तीन वर्ष 2023 24 को ले किसानों से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान की खरीदी के आदेश दिए और राहत की बात यह है कि इस वर्ष पहले ही समर्थन मूल्य में धान बेच चूके किसानों को भी लाभ मिलेगा ऐसे किसानों को फिर से धान बेचने का मौका दिया जाएगा और अब इसी बीच बात करे मेन मुद्दों की। यानी की धान बोनस देने और नहीं देने पर तो इसकी भी पूरी डिटेल हम आपको इस खबर में बताएंगे | बता दें कि अब साल 2016-17 व 2017 -18 का धान बोनस नहीं दिया जाएगा, बल्कि साल 2014 -15 व 2015 -16 का धान बोनस दिया जाएगा। ऐसे में बेमेतरा जिले के किसान ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। क्योकि किसानों का कहना है कि साल 2014-15 व 2015 -16 की तुलना में साल 2016-17 व 2017 -18 में ज्यादा उत्पादन हुआ था। इस कारण इन दोनों वर्षों में ज्यादा बोनस मिलता। वहीं बेमेतरा जिला में सोमवार को 25 दिसंबर को किसानों को दो वर्ष की बोनस राशि दी जाएगी।जहाँ, जिले के किसानों को ₹232 करोड़ से ज्यादा का राशि के भुगतान किए जाएंगे। और इसे लेकर बीते दिनों राज्य के मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक लेकर कलेक्टर से सभी तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं और इसीलिए कहा जा रहा है कि किसानों को बड़ा झटका लगा है क्योंकि भाजपा ने अपने घोषणापत्र में साल 2016-17 व 2017-18 का धान बोनस देने का वादा किया था। वहीं सरकार बनने के बाद धान बोनस साल 2014 -15 व 2015-16 का दिया जाएगा। ऐसे में किसान अपने आपको ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। तो ऐसे में क्या आप?किसानों की इन बातों से सहमत हैं? हाँ तो अपना राय हमें कमेंटबॉक्स में जरूर दीजिये और ऐसे अपडेट के लिए हमें फॉलो कीजिए।